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Naturopathy, treatment without medicine - Dr. Dharmendra Kumar Mishra

Naturopathy, : बिना दवाई करें इलाज – डॉ धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा

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सरवाईकल के लक्षण और प्राकृतिक उपाय

लक्षण:

  • गर्दन और कंधों में दर्द
  • गर्दन में जकड़न
  • सिरदर्द
  • हाथों में झुनझुनी या सुन्नता
  • कमजोरी
  • थकान
  • चक्कर आना

1. योगासन:

  • भुजंगासन: यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और गर्दन के दर्द को कम करता है।
  • मार्जरासन: यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
  • बालासन: यह आसन गर्दन और कंधों को आराम देता है।
  • शवासन: यह आसन शरीर को पूरी तरह से आराम देता है और तनाव को कम करता है।

2. व्यायाम:

  • गर्दन को घुमाना: अपनी गर्दन को धीरे-धीरे दायीं ओर, बायीं ओर, ऊपर और नीचे घुमाएं।
  • गर्दन को आगे और पीछे झुकाना: अपनी गर्दन को धीरे-धीरे आगे और पीछे झुकाएं।
  • कंधे का व्यायाम: अपने कंधों को ऊपर, नीचे, आगे और पीछे घुमाएं।

4. आयुर्वेदिक उपचार:

  • हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करते हैं।
  • अदरक: अदरक में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह दर्द से राहत देता है।
  • लहसुन: लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो दर्द और सूजन को कम करते हैं।

5. घरेलू उपचार:

  • सर्दियों में गर्दन को गर्म रखें: सर्दियों में गर्दन को गर्म रखने से दर्द कम होता है।
  • दर्द से राहत के लिए आइस पैक: दर्द से राहत के लिए आइस पैक का उपयोग करें।
  • अच्छी मुद्रा बनाए रखें: अच्छी मुद्रा बनाए रखने से गर्दन पर दबाव कम होता है।
  • तनाव कम करें: तनाव कम करने से गर्दन के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।

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