स्किल इंडिया” एक सरकारी पहल है जो भारत में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में कौशल विकास को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। यह पहल 2015 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक और तकनीकी कौशलों की प्राप्ति में मदद करना है। यह भारतीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्य विशेषताएँ:
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कौशल विकास: स्किल इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से, विद्यार्थियों को अलग-अलग क्षेत्रों में कौशल विकसित करने का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे उन्हें स्वरोजगार और उच्च शिक्षा के लिए तैयारी करने में मदद मिलती है।
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विद्यार्थियों का चयन: स्किल इंडिया में कई विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकसित करने की योजनाएं शामिल हैं, जिनमें विद्यार्थियों को उनकी रूचियों और क्षमताओं के आधार पर चयन करने की स्वतंत्रता होती है।
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इंडस्ट्री-लिंक्ड कोर्सेस: स्किल इंडिया में उपलब्ध कोर्सेस इंडस्ट्री के मानकों के साथ मेल खाते हैं, जिससे छात्रों को वास्तविक जगह की डिमांड के हिसाब से तैयार किया जा सकता है।
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नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF): स्किल इंडिया कार्यक्रम नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (NSQF) के तहत कार्य करता है, जिससे छात्रों को अपने कौशल को एक राष्ट्रीय मानक में मापता और समझता है।
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स्किल इंडिया पोर्टल: स्किल इंडिया पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी अपने कौशल को बढ़ा सकते हैं, और इससे उन्हें रोजगार की संभावनाएं बढ़ती हैं।
इस प्रकार, स्किल इंडिया कार्यक्रम स्कूली शिक्षा में कौशल विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी तैयारी और रोजगार की संभावनाएं प्रदान करती है।