चीन समर्थक माने जाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू जल्द ही भारत यात्रा पर आने वाले हैं। लेकिन उनकी यात्रा से पहले दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इन दोनों मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी की थी, जिसके चलते पहले ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था। मालदीव की राष्ट्रपति कार्यालय की मुख्य प्रवक्ता हीना वलीद ने बताया कि राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा को लेकर चर्चा जारी है, और दोनों देशों के नेताओं के लिए सुविधाजनक समय पर यह यात्रा निर्धारित की जाएगी।
मुइज्जू की यह यात्रा भारत-मालदीव के द्विपक्षीय संबंधों में आई हालिया सुधार के बाद हो रही है। इस साल जून में मुइज्जू प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे, और पिछले महीने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने माले का दौरा किया था। मुइज्जू के चीन समर्थक रुख और मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की मांग से दोनों देशों के संबंधों में तनाव उत्पन्न हुआ था। हालांकि, भारत द्वारा सैन्य कर्मियों की जगह नागरिक कर्मचारियों की नियुक्ति के बाद हालात में सुधार हुआ है।
प्रवक्ता हीना वलीद ने यात्रा की घोषणा उसी दिन की जब प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले दो कनिष्ठ मंत्रियों ने इस्तीफा दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, यात्रा की सटीक तारीख पर अभी चर्चा चल रही है।
मुइज्जू का चीन के प्रति झुकाव साफ देखा जा सकता है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के बाद भी उन्होंने अपनी पहली आधिकारिक यात्रा तुर्किये और फिर चीन की की। मालदीव और भारत के बीच के इस नए दौर को ध्यान में रखते हुए, मुइज्जू की भारत यात्रा पर सभी की निगाहें टिकी होंगी।