INS अरिघाट से परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण
भारतीय नौसेना ने हाल ही में कमीशन की गई परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बी INS अरिघाट से K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल की मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर है और यह ठोस ईंधन वाली पनडुब्बी-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) है। परीक्षण विशाखापत्तनम के तट पर हुआ और यह INS अरिघाट से K-4 का पहला परीक्षण था।
मिसाइल की विशेषताएं
मारक क्षमता: 3,500 किलोमीटर
ईंधन प्रकार: ठोस
विकासकर्ता: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)
K-4 मिसाइल को विशेष रूप से भारत की परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बियों के लिए विकसित किया गया है। इससे पहले, K-4 का परीक्षण केवल सबमर्सिबल पोंटून से किया गया था।
परीक्षण का महत्व
INS अरिघाट से इस परीक्षण ने भारत की समुद्री सुरक्षा और दूसरी-हमलावर क्षमता को और अधिक मज़बूत किया है। परीक्षण के दौरान सभी मानकों और उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विस्तृत विश्लेषण जारी है।
INS अरिघाट: भारतीय नौसेना की ताकत
INS अरिघाट, 6,000 टन वजनी पनडुब्बी, भारत की सबसे आधुनिक परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बियों में से एक है। यह INS अरिहंत के बाद दूसरी पनडुब्बी है, जिसे 2016 में सेवा में शामिल किया गया था। INS अरिहंत 750 किलोमीटर रेंज वाली K-15 मिसाइलों से लैस है, जबकि INS अरिघाट अधिक सक्षम और लंबी दूरी की K-4 मिसाइलों से लैस है।
अगली पीढ़ी की पनडुब्बियां
सूत्रों के अनुसार, भारतीय नौसेना जल्द ही 7,000 टन की तीसरी परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बी शामिल करेगी, जो मौजूदा पनडुब्बियों से बड़ी और अधिक सक्षम होगी। इसे अगले साल कमीशन किए जाने की संभावना है। INS अरिघाट से K-4 मिसाइल का सफल परीक्षण भारत की समुद्री सुरक्षा को और मज़बूती प्रदान करता है। यह उपलब्धि अमेरिका, रूस, और चीन जैसे देशों की बराबरी करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।