नीट पेपर लीक मामले में तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम यादव पर गाज गिरी है। प्रीतम यादव की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। नीट पेपर से पहले जिस गेस्ट हाउस में गैंग और परीक्षार्थी ठहरे हुए थे, वह गेस्ट हाउस प्रीतम ने ही बुक करवाया था। इस गेस्ट हाउस बुकिंग के बाद से ही प्रीतम यादव की संलिप्तता पर जांच एजेंसियों का ध्यान केंद्रित हो गया है।
जांच में जुटी टीम अब प्रीतम यादव से इस मामले में गहन पूछताछ करेगी। यह मामला इसलिए भी गंभीर हो गया है क्योंकि नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में पेपर लीक होना लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ है। ऐसे में किसी भी प्रकार की धांधली या अनियमितता को सख्ती से निपटाना आवश्यक है। प्रीतम यादव की भूमिका स्पष्ट करने के लिए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
प्रीतम यादव पर आरोप है कि उन्होंने न केवल गेस्ट हाउस बुक किया, बल्कि पेपर लीक के पूरे षड्यंत्र में भी उनकी संलिप्तता हो सकती है। जांच एजेंसियों का मानना है कि पेपर लीक मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से सभी दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।
इस मामले में अब सबकी निगाहें जांच एजेंसियों पर हैं और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में जांच किस दिशा में जाती है।
1. **गेस्ट हाउस बुकिंग:** जिस गेस्ट हाउस में गैंग और परीक्षार्थी ठहरे हुए थे, वह प्रीतम यादव ने बुक करवाया था।
2. **पूछताछ और जांच:** प्रीतम यादव से गहन पूछताछ की जाएगी ताकि उनकी भूमिका स्पष्ट हो सके।
3. **सख्त कार्रवाई:** नीट पेपर लीक मामले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न केवल नीट परीक्षा की साख पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि उच्च स्तरीय धांधली को रोकने के लिए कितनी सतर्कता और कठोरता की आवश्यकता है।