विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को लोकसभा में बयान दिया कि भारत किसी भी अन्य पड़ोसी की तरह पाकिस्तान के साथ भी अच्छे संबंध रखना चाहता है, लेकिन ये संबंध आतंकवाद से मुक्त होने चाहिए। उन्होंने कहा, “हमने यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान को अपने अतीत के व्यवहार को बदलना होगा, और अगर ऐसा नहीं होता, तो इसके रिश्तों पर असर पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि अब गेंद पूरी तरह पाकिस्तान के पाले में है।
पाकिस्तान के साथ आतंकवाद मुक्त संबंधों की आवश्यकता
जयशंकर ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि ये संबंध आतंकवाद से मुक्त हों। उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान को यह दिखाना होगा कि वह अपने अतीत के व्यवहार को बदल रहा है, और अगर ऐसा नहीं होता, तो निश्चित रूप से रिश्तों पर असर पड़ेगा।”
पाकिस्तान से व्यापार संबंधों में व्यवधान
व्यापार संबंधों के बारे में बात करते हुए, विदेश मंत्री ने कहा कि 2019 में पाकिस्तान सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के कारण व्यापार में व्यवधान आया था। यह पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों में मुख्य बाधा रही है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता
एस जयशंकर ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भारत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर चिंतित है और हम उम्मीद करते हैं कि ढाका अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगा।”
भारत-बांग्लादेश संबंध: विकास की दिशा में
जयशंकर ने बांग्लादेश के साथ विकास परियोजनाओं के अच्छे इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि उम्मीद है कि नए प्रशासन के आने के बाद दोनों देशों के बीच परस्पर सम्मान और लाभकारी संबंध होंगे।