सोमवार को सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री 20 फरवरी को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शपथ ले सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) 27 साल के लंबे समय के बाद दिल्ली में अपनी सत्ता लौटने के बाद इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिए भव्य समारोह की योजना बना रही है।
19 फरवरी को भाजपा विधायक दल की बैठक
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक 19 फरवरी को दिल्ली में बैठक करेंगे, जिसमें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा इस बैठक के लिए पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे। इस बैठक में दिल्ली विधानसभा में सदन के नेता का चुनाव होगा, जो दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
20 फरवरी को शपथ ग्रहण और नई सरकार का गठन
सूत्रों के मुताबिक, 20 फरवरी को मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह के साथ दिल्ली में नई सरकार का गठन होने की संभावना है। भाजपा अपने ऐतिहासिक जीत के बाद राजधानी में अपनी नीतियों को लागू करने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए कई नवनिर्वाचित विधायक चर्चा में हैं। इस पद के लिए सबसे आगे माने जाने वाले नेताओं में प्रवेश वर्मा शामिल हैं, जिन्होंने नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया था। इसके अलावा, दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय जैसे अन्य नेता भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
भाजपा नेतृत्व का रणनीतिक निर्णय
भा.ज.पा. नेतृत्व का मानना है कि राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की तरह, पार्टी नवनिर्वाचित विधायकों में से किसी एक को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त कर सकती है।
दिल्ली में ऐतिहासिक जीत
5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 26 साल के बाद दिल्ली में सत्ता हासिल की। उसने आम आदमी पार्टी (आप) के 10 साल के शासन को खत्म कर दिया। भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 पर विजय प्राप्त की और अब दिल्ली की राजनीति में अपनी मजबूत स्थिति स्थापित की है।
दिल्ली में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद, 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह के साथ नई सरकार का गठन होगा। भाजपा इस मौके को एक भव्य समारोह के रूप में मनाएगी, जिससे दिल्ली की राजनीति में एक नई शुरुआत होगी।