ई दिल्ली (नेशनल थॉट्स )- वेद सिर्फ ग्रंथ नहीं हैं, बल्कि हमारी संस्कृति है। वेद तार्किक है, व्यवहारिक है और वेद यथार्थ भी है, जो आज दुनियाभर के लिए अनुसंधान का केंद्र बन चुके हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए G20 शिखर सम्मेलन स्थल पर ऋग्वेद और अथर्ववेद के युग से जुड़ी ‘लोकतंत्र की जननी’ प्रदर्शनी लगाई गई है।
G20 शिखर सम्मेलन स्थल पर ‘लोकतंत्र की जननी’ नामक प्रदर्शनी 26 इंटरैक्टिव पैनल के माध्यम से 20 देशों की लोकतांत्रिक प्रणाली में अंतर्दृष्टि प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्य करेगी, जो हिंदू धार्मिक ग्रंथों ‘ऋग्वेद’ और ‘अथर्ववेद’ के युग से शुरू होगी।
क्या है प्रदर्शनी का उद्देश्य ?
प्रदर्शनी का उद्देश्य कई देशों की लोकतंत्र व्यवस्था को दर्शाना है। इसके साथ इस प्रदर्शनी के माध्यम से सदियों से भारतीय समाज का एक अभिन्न अंग रहे लोकतंत्र को दर्शाना है। इसमें 26 इंटरैक्टिव पैनल होंगे जिसमें ऋग्वेद और अथर्ववेद और राजा अशोक के युग से शुरू होने वाली देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को दर्शाया गया है।
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के दृश्यों की मिलेगी झलक
प्रदर्शनी में एक बड़ी वीडियो स्क्रीन भी होगी जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के दृश्यों को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी की सामग्री, इसके ऑडियो सहित, 16 वैश्विक भाषाओं में प्रस्तुत की जाएगी जिससे यह विविध दर्शकों के लिए सुलभ हो जाएगा।