ये 5 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, नियमित सेवन से दूर होती है चिंता, तनाव और डिप्रेशन
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जब कोई भी घटना हमारे अनुकूल नहीं होती हैं तो हम अक्सर चिंता और अवसाद में डूबने लगते हैं, जो आगे चलकर गंभीर मानसिक रोगों का कारण बनते हैं।
इसके लिए हम ध्यान, प्राणायाम, योग और एक्सरसाइज के साथ अपनी मनपसंद गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। इसके साथ ही हमें अपने खानपान को भी बहुत ही हेल्दी रखना चाहिए, क्योंकि अस्वस्थ कर भोजन हमारी मानसिक अशांति को बढ़ावा देते हैं।
इसके अलावा आयुर्वेद ने हमें कुछ जड़ी-बूटियों का वरदान दिया है जो हमें दिमागी रोगों से बचाने में हमारी मदद करते हैं। यहां हम आपको ऐसी 5 जड़ी बूटियों के बारे में बता रहे हैं जिनका सेवन आप किसी डॉ के दिशा निर्देशों के तहत कर सकते हैं।
ब्राम्ही – Brahmi
ब्राम्ही एक बहुत ही चमत्कारी जड़ी बूटी है जो मानसिक तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह कॉर्टिसोल हार्मोन को कम करने में मदद करती है, जो तनाव का प्रमुख कारण है। ब्राह्मी एक आदि शक्ति को बढ़ाती है और तंत्रिका तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
अश्वगंधा – Ashwagandha
अश्वगंधा अमीनो एसिड और विटामिन का एक कॉन्बिनेशन है जो एक एडेप्टोजन के रूप में कार्य करता है यह शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों के अनुकूल बनाने में मदद करता है, और ऊर्जा व स्टेमिना को बढ़ाता है। अश्वगंधा नींद न आने की समस्या को दूर करता है साथ ही ऊर्जा को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भृंगराज – Bhringraj
भृंगराज ब्रेन के लिए टॉनिक का काम करता है। यह बहुत ही फायदेमंद औषधि है। आमतौर पर भृंगराज को चाय के रूप में सेवन किया जाता है जो शरीर को डिटॉक्स करती है। यह औषधि मस्तिष्क में ऑक्सीजन पहुंचाने के साथ-साथ ब्लड सरकुलेशन को भी बढ़ाने का काम करती है, जिससे मस्तिष्क सक्रिय होता है। जिससे तनाव और अवसाद से लड़ने में मदद मिलती है।
जटामासी – Jatamasi
जटामासी तनाव और थकान को दूर करने की प्रसिद्ध जड़ी बूटी है। जटामासी की जड़ों का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह तनावग्रस्त मस्तिष्क के लिए औषधि का कार्य करती है। जटामासी मस्तिष्क और शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर तन और मन को आराम पहुंचाती है।
वच – Vacha
वच एक जादुई जड़ी बूटी है जो अलग-अलग गंभीर मानसिक बीमारियों को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह जड़ी बूटी मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से डोपामाइन (हैप्पी हार्मोन) को विकसित करने के लिए जानी जाती है। चिकित्सक वचा को अक्सर अनिद्रा और मस्तिष्क को शांत करने के लिए रोगी को देते हैं।