रजनी कान्त तिवारी ( नेशनल थोट्स ) – कहानी एक बूंद पानी की है जो एक बादल से गिरती है और अपने जीवनकाल में कई रूपों में बदलती है। यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में परिवर्तन अपरिहार्य है, और हमें हर पल का आनंद लेना चाहिए।
एक बार, एक बादल से एक बूंद पानी गिरी। वह बूंद एक नदी में मिली और नदी के साथ बहती हुई समुद्र में पहुंची। समुद्र में, वह बूंद एक लहर बन गई और लहरों के साथ खेलती रही।
कुछ समय बाद, समुद्र में तूफान आया और उस बूंद को वापस आकाश में उड़ा दिया गया। आकाश में, वह बूंद एक बादल का हिस्सा बन गई और फिर से धरती पर गिर गई।
इस बार, वह बूंद एक फूल पर गिरी और फूल को खिलने में मदद की। फूल से, वह बूंद एक मधुमक्खी के मुख में चली गई और मधुमक्खी ने उसे अपने छत्ते में ले जाकर शहद बना दिया।
शहद के साथ, वह बूंद एक इंसान के पेट में चली गई और उसे ऊर्जा प्रदान की। इंसान ने उस बूंद का उपयोग करके कई अच्छे काम किए।
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जीवन में परिवर्तन अपरिहार्य है। हमें हर पल का आनंद लेना चाहिए और जीवन में जो कुछ भी होता है उसे स्वीकार करना चाहिए।
यह कहानी आज भी प्रासंगिक है। यह हमें सिखाती है कि हमें जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करना चाहिए और हार नहीं माननी चाहिए। हमें हर पल का आनंद लेना चाहिए और जीवन में जो कुछ भी होता है उसे स्वीकार करना चाहिए।