एक जंगल में एक मूर्ख गधा और एक शेर रहते थे। गधा थोड़ा भी समझदार नहीं था, लेकिन वह अपनी ताकत पर गर्व करता था। वह हमेशा अपनी महाशक्ति पर गर्व करता और अपने आप को शेर से भी बड़ा मानता था।
एक दिन, गधा और शेर के बीच एक बहस हुई। गधा ने शेर को चुनौती दी और कहा, “मुझसे दौड़ का प्रतिस्पर्धा करो। मैं तुम्हें आसानी से हरा सकता हूँ!”
शेर ने गधे की बात को सुना और वह उसे चुनौती स्वीकार कर ली। उन्होंने तय किया कि दौड़ अगले ही दिन सूर्योदय के समय होगा।
अगले दिन, सूर्योदय के साथ ही दौड़ शुरू हुई। गधा, जो अपनी ताकत पर भरोसा करता था, शेर से पहले दौड़ने लगा। वह अपनी तेजी में ध्यान लगाता हुआ दौड़ता था, जबकि शेर धीरे-धीरे और समझदारी से दौड़ रहा था।
समय बीतता गया और अंत में, जब गधा अपनी ताकत की चपेट में आया, वह अचानक गिर गया और हार गया। शेर ने समय के साथ आराम से दौड़ते हुए जीत हासिल की।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सिर्फ ताकत पर भरोसा करना हमें हानि पहुंचा सकता है। बुद्धिमानी और समझदारी से काम लेना हमेशा बेहतर होता है।