छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई जारी है। गुरुवार सुबह से शुरू हुई इस मुठभेड़ में माना जा रहा है कि इलाके में शीर्ष नक्सली नेता छिपे हुए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बल नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादियों के एक बड़े समूह से भिड़ रहे हैं। यह इलाका गोवा राज्य से भी बड़ा है और माओवादियों का प्रमुख गढ़ माना जाता है। सुरक्षा बलों ने माओवादियों की संभावित उपस्थिति की जानकारी मिलने पर पास के पुलिस शिविर से ऑपरेशन शुरू किया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल सुरक्षित हैं और इलाके में तलाशी अभियान जारी है। इस मुठभेड़ में माओवादी नेताओं के घायल होने या मारे जाने की संभावना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीपीआई (माओवादी) के महासचिव बसवराजू, राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य मल्लेजुला वेणुगोपाल, देवजी, कोसा और रामचंद्र रेड्डी जैसे शीर्ष नक्सली नेता अबूझमाड़ में छिपे होने की संभावना है। इन नेताओं के पास तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरा है, जिसमें अंतिम परत में 20-30 खास लड़ाके तैनात होते हैं।
अबूझमाड़ क्षेत्र माओवादियों का मुख्य गढ़ माना जाता है, और छत्तीसगढ़ सरकार का राजस्व विभाग अब तक 90 प्रतिशत भूमि का सर्वेक्षण करने में असमर्थ रहा है। इस वर्ष अप्रैल से अब तक 40 से अधिक माओवादी विरोधी अभियान चलाए गए हैं, जिसमें 63 माओवादी मारे गए हैं। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के अनुसार, 2024 में अब तक चार नए सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं, जिससे अबूझमाड़ के 50 प्रतिशत हिस्से को माओवादियों से मुक्त कर दिया गया है। उनका कहना है कि माओवादियों को अब इस क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं मिलेगा।