उद्धव सेना MVA से नहीं होगी अलग, संजय राउत का बयान
शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति के शानदार प्रदर्शन के बावजूद महा विकास अघाड़ी (MVA) में कोई दरार नहीं है। उन्होंने अफवाहों को निराधार बताते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना MVA से अलग नहीं हो रही है।
भाजपा की बड़ी जीत के बाद भी महायुति में दरार नहीं
23 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीतकर एक बड़ी जीत हासिल की, जिसमें भाजपा को 132 सीटें मिलीं। इसके साथ ही एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 सीटें और अजीत पवार की राकांपा को 41 सीटें मिलीं। इस परिणाम के बाद अफवाहें उड़ीं कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना MVA छोड़ सकती है, लेकिन संजय राउत ने इसको सिरे से नकारा किया।
इंडिया ब्लॉक के तहत आगामी चुनाव में एकजुटता
संजय राउत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इंडिया ब्लॉक के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनाव में हम एकजुट होकर लड़ेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद अगर कोई इस तरह की अफवाहें फैला रहा है तो वह उनकी निजी राय हो सकती है। “जब हम आम चुनाव जीत चुके थे, तब किसी ने नहीं कहा कि उद्धव सेना को गठबंधन से अलग होना चाहिए,” राउत ने कहा।
महायुति पर तंज, मुख्यमंत्री का निर्णय दिल्ली में क्यों?
राउत ने महायुति पर तंज करते हुए कहा, “उनके पास पूर्ण बहुमत है, फिर भी 7 दिन बाद भी महाराष्ट्र को मुख्यमंत्री नहीं मिल सका।” उन्होंने सवाल किया, “प्रधानमंत्री, अमित शाह और महायुति के नेता अपना मुख्यमंत्री क्यों नहीं तय कर पा रहे हैं?” राउत ने यह भी आरोप लगाया कि शिंदे शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, जबकि उनके फैसले दिल्ली में होते हैं।
बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का भविष्य मुंबई में तय हुआ
राउत ने कहा, “बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना का भविष्य कभी दिल्ली में तय नहीं हुआ, यह हमेशा मुंबई में तय हुआ। हम कभी दिल्ली नहीं गए, वहां अटल जी और आडवाणी जी होते थे, और हमने कभी दिल्ली में जाकर उनके सामने भीख नहीं मांगी।”
इस बयान के साथ संजय राउत ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना महायुति से अलग नहीं होगी और वह आगामी चुनावों में अपनी पूरी ताकत के साथ संघर्ष करेगी।