डीएमके नेता और तमिलनाडु के खेल और युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने उपमुख्यमंत्री बनने की खबरों को अफवाह करार दिया है।
हाल के दिनों में खबरें आई थीं कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है। इस पर सफाई देते हुए उदयनिधि ने कहा कि यह फैसला मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का विशेषाधिकार है।
इस महीने की शुरुआत में, कुछ नेताओं ने भी उदयनिधि को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के संकेत दिए थे। डीएमके मंत्री राजकन्नप्पन ने गलती से उन्हें उपमुख्यमंत्री कह दिया था, लेकिन उन्होंने तुरंत खुद को ठीक कर लिया। इससे अफवाहों को और बल मिला।
सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी के बाद उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा ने उन्हें हिंदू विरोधी करार देते हुए डीएमके पर निशाना साधा। उदयनिधि ने अपने बयान पर अडिग रहते हुए कानूनी रूप से लड़ने की बात कही थी।
उदयनिधि स्टालिन के डिप्टी सीएम बनने की अटकलों को फिलहाल खारिज कर दिया गया है, लेकिन डीएमके के भीतर भविष्य में इस पर और चर्चाएं हो सकती हैं।