नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स) : केंद्र सरकार के विभिन्न प्रयासों से देश में विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। साल 2022 में भारत में करीब 61.9 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ जो पिछले वर्ष की तुलना में 4 गुना अधिक वृद्धि को दर्शाता है। भारत में पर्यटन क्षेत्र एक महत्वपूर्ण आर्थिक गुणक है और यह तेजी से आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बनता जा रहा है।दरअसल, पर्यटन एक ऐसी विधा है जिसके जरिए हम अपने पूर्वजों के माध्यम से हमें मिली उस विरासत और संस्कृति को महसूस और अनुभव कर सकते हैं। इस प्रकार यह हमें विविधता में एकता की ओर ले जाती है। इन तमाम दृष्टिकोण के मद्देनजर केंद्र सरकार ने पर्यटन विकास के लिए देश में विभिन्न प्रयास किए हैं।
इस वर्ष को मनाया जा रहा “विजिट इंडिया ईयर 2023” :
पर्यटन में और अधिक तेजी लाने के लिए पर्यटन मंत्रालय इस वर्ष को भारत की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हुए “विजिट इंडिया ईयर 2023” के रूप में मना रहा है। इस अभियान के प्रतीक चिह्न को ‘नमस्ते’ की छवि से प्रेरित तैयार किया गया है ताकि देश के पर्यटन क्षेत्र की विशिष्टताओं को उजागर किया जा सके। G20 की अध्यक्षता देश के पर्यटन क्षेत्र की विशिष्टताओं को उजागर करने का शानदार अवसर भी प्रदान करती है। यह प्रतीक चिह्न अनगिनत कहानियों के एक सूक्ष्म जगत वाले भारत को दिखाता है। यह देश की विरासत से लेकर दिव्य भोजन करने की हमारी कला और हमारे समृद्ध वन्य जीवन के साथ-साथ ‘अतिथि देवो भव’ के दर्शन को आत्मसात करता है।
7,000 करोड़ रुपए के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का किया निर्माण :
यदि आकलन करें तो पिछले 8.5 वर्षों में भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर (7,000 करोड़ रुपए) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। इसी से आज देश का पर्यटन क्षेत्र चमक रहा है। आज के समय में विकास को दर्शाने वाला ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां भारत का नाम दर्ज न हो। प्रत्येक सूची में भारत आगे निकलता नजर आ रहा है। ऐसे में भारत सरकार पर्यटन को कैसे पीछे रहने दे सकती थी। इसलिए इस क्षेत्र पर खास फोकस करते हुए विभिन्न योजनाओं और बुनियादी ढा़ंचों के निर्माण में सुधार कर पर्यटकों को भारत की यात्रा के लिए आकर्षित किया जा रहा है। इसमें सरकार को काफी हद तक सफलता भी प्राप्त हुई है।
युवाओं को कुशल बनाने के लिए चलाए आतिथ्य पाठ्यक्रम :
वहीं भारत सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं को कुशल बनाने के लिए लघु अवधि के आतिथ्य पाठ्यक्रम, कौशल परीक्षण और प्रमाणन, पूर्व शिक्षण की मान्यता, ऑनलाइन डिजिटल पाठ्यक्रमों सहित कई पहल की हैं। इस कड़ी में भारत समूचे देश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा पर्यटन क्लबों के माध्यम से भारतीय पर्यटन के युवा राजदूतों का पोषण और विकास कर रहा है।