महाकुंभ 2025: यूपी सरकार ने प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र को नया जिला घोषित किया
उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को 2025 के महाकुंभ मेले से पहले महाकुंभ क्षेत्र को एक नया जिला घोषित किया है। यह नया जिला ‘महाकुंभ मेला’ के नाम से जाना जाएगा, और इसका उद्देश्य आगामी धार्मिक आयोजन के बेहतर प्रबंधन और समन्वय को सुनिश्चित करना है।
नया जिला बनाने का उद्देश्य
इस कदम का मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना और महाकुंभ मेला 2025 के आयोजन के दौरान प्रशासन, कानून प्रवर्तन और अन्य सुविधाओं के समन्वय को बेहतर बनाना है। अधिकारियों के अनुसार, महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थापित किया गया यह नया जिला पूरे मेला आयोजन को निर्बाध रूप से संचालित करने में मदद करेगा। अब राज्य में जिलों की संख्या 75 से बढ़कर 76 हो गई है।
महाकुंभ मेला जिले की सीमा
महाकुंभ मेला जिले की सीमा में अनुलग्नक-I में वर्णित राजस्व गांव और परेड क्षेत्र शामिल होंगे। मेलाधिकारी को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के तहत कार्यपालक मजिस्ट्रेट, जिला मजिस्ट्रेट और अपर जिला मजिस्ट्रेट की शक्तियां प्राप्त होंगी।
महाकुंभ 2025 के लिए विशेष तैयारियां
जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ मेले के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने देशभर के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 29 नवंबर को हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा, महाकुंभ को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार देश और विदेश में रोड शो और कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिससे दुनियाभर से श्रद्धालु इस पवित्र मेले में शामिल होंगे।
महाकुंभ मेला 2025 के बारे में
महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित किया जाता है, और यह सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है। पिछला महाकुंभ मेला 2013 में हुआ था, और अब 2025 में यह मेला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 29 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होगा। इस दौरान दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु इस महासंगम में भाग लेने के लिए आएंगे और पवित्र स्नान का लाभ उठाएंगे।
महाकुंभ मेला 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, और यह आयोजन ऐतिहासिक होने वाला है।