रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि पहले भारत सभी रक्षा उपकरणों का आयात करता था, लेकिन उनकी सरकार के आने के बाद रक्षा निर्यात 600 करोड़ रुपये से बढ़कर 23,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। राजनाथ सिंह ने भारत और अमेरिका के बीच स्वाभाविक सहयोग की बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के पास विश्व में शांति, समृद्धि और स्थिरता लाने की ताकत है।
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत का चरित्र धोखा देने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत कभी दूसरों को धोखा नहीं देगा, यह संदेश दुनिया को जाना चाहिए। भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया है, जिसमें पूरी दुनिया को एक परिवार मानने की बात की गई है। राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत ही एक ऐसा देश है, जो इस आध्यात्मिक दृष्टिकोण को साकार करता है।
उन्होंने भारत की बढ़ती वैश्विक स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि पहले भारत की राय को गंभीरता से नहीं लिया जाता था, लेकिन अब जब भारत वैश्विक मंच पर बोलता है, तो दुनिया ध्यान से सुनती है। भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है, और मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, 2027 तक भारत दुनिया की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो सकता है।