शिव पुराण में शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, वैभव और भौतिक सुख का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में शुक्र कमजोर होता है, तो इसका व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शिव पुराण में कुछ उपाय बताए गए हैं:
. शुक्र यंत्र:
- शुक्र यंत्र की पूजा करें।
- शुक्र यंत्र को शुक्रवार के दिन सोने या चांदी की धातु में बनवाकर धारण करें।
. दान:
- शुक्रवार के दिन दही, सफेद वस्त्र, चांदी या सफेद मिठाई का दान करें।
. शुक्रवार का व्रत:
- प्रत्येक शुक्रवार को व्रत रखें।
- इस दिन केवल सात्विक भोजन ग्रहण करें।
. शुक्र मंत्र:
- “ॐ शुक्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
शुक्र ग्रह के मंत्र
ऊँ ह्रीं श्रीं शुक्राय नम:
ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
ऊँ वस्त्रं मे देहि शुक्राय स्वाहाशुक्र एकाक्षरी बीज मंत्र ||
पौराणिक मंत्र
ऊँ हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम
सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम ।।
शुक्र गायत्री मंत्र
“ॐ भृगुराजाय विद्महे दिव्य देहाय धीमहि तन्नो शुक्र प्रचोदयात्” ।।
शुक्र बीज मंत्र
ऊँ शुं शुक्राय नम:
वैदिक मंत्र
ऊँ अन्नात्परिस्रुतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत क्षत्रं पय: सेमं प्रजापति: ।