पिता-पुत्र का रिश्ता बंधन का प्रतीक होता है। यह स्नेह, सम्मान और विश्वास पर आधारित होता है। लेकिन कई बार पिता और पुत्र के बीच मतभेद हो जाते हैं, जिसके कारण पुत्र पिता की बात नहीं मानता। ऐसी स्थिति में माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। वे अपने पुत्र को समझाने और उसकी बात मानने के लिए कई उपाय करते हैं।
शिव-पार्वती पूजन:
प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें।
शिव-पार्वती पति-पत्नी और माता-पिता दोनों का ही प्रतीक हैं।
इनकी पूजा करने से पारिवारिक जीवन में सुख-शांति आती है।
4. मंत्र:
“ॐ नमो नारायणाया नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
यह मंत्र भगवान विष्णु को समर्पित है।
इसका जाप करने से पिता-पुत्र के बीच संबंध मधुर होते हैं।
5. उपाय:
पुत्र को सदैव आदर और सम्मान दें।
उसकी बातों को ध्यान से सुनें और समझने का प्रयास करें।
उसके साथ समय बिताएं और उसकी रुचियों में दिलचस्पी लें।
उसकी गलतियों को धैर्य और प्रेम से समझाएं।
उसे सदैव सत्य और नीति पर चलने की प्रेरणा दें।