न दैवमिति सञ्चिन्त्य त्यजेदुद्योगमात्मनः।
अनुद्योगेन कस्तैलं तिलेभ्यः प्राप्तुमर्हति॥
दैव हमारे साथ नहीं हैं इस विचार से अपना प्रयास त्याग नहीं देना चाहिए। क्योंकि समुचित प्रयास किये बिना तिलों से तेल कौन प्राप्त कर सकता हैं?
One should not give up one’s efforts thinking that the divine is not with us. Because who can get oil from sesame seeds without making proper efforts?