VPCI ने World No Tobacco Day के उपलक्ष्य पर जारी की “द क्विट लाइन” फिल्म
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वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट की खासियत
न्यूज डेस्क ( नेशनल थॉट्स ) : वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट छाती के रोगों के अध्ययन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक जाना-माना नाम है। यह दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा संचालित है और पूरी तरह से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। संस्थान छाती के रोगों से पीड़ित रोगियों को राहत प्रदान करने की दिशा में प्रगतिशील है और चेस्ट मेडिसिन के क्षेत्र में एक अद्वितीय स्थान अर्जित किया है।
VPCI का मुख्य उद्देश्य
VPCI का मुख्य उद्देश्य छाती की दवा के बुनियादी और नैदानिक पहलुओं पर शोध करना, पोस्ट ग्रेजुएट्स को पल्मोनरी मेडिसिन (Pulmonary Medicine) और संबद्ध विषयों में प्रशिक्षित करना, नई नैदानिक तकनीक विकसित करना इसके मुख्य उद्देश्यों में शामिल है। इसके अतिरिक्त संस्थान रेस्पिरेटरी, एलर्जी, अस्थमा, एयर पोलूशन के साथ-साथ राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण पर राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा है।
31 मई 2022 को विश्व भर में मनाया गया “वर्ल्ड नो टोबैको डे”
भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण की टोल फ्री सेवा 1800112356 भी वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट से चल रही है। 31 मई 2022 को विश्व भर में वर्ल्ड नो टोबैको डे के रूप में मनाया जाता है। इसी संदर्भ में संस्थान में बीते दिन एक कार्यक्रम आयोजित किया गया | जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर बलराम पानी और मेंबर ऑफ पार्लियामेंट लोकसभा मनोज तिवारी ने कार्यक्रम में शिरकत की।
अवेयरनेस फिल्म “द क्विट लाइन” की स्क्रीनिंग
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से हुई | उन्हें फूलों के गुलदस्ते दिए गए | उसके बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया | MP मनोज तिवारी द्वारा नेशनल टोबैको क्विट लाइन सर्विस पर बनी अवेयरनेस फिल्म “द क्विट लाइन” की स्क्रीनिंग की गई। जिसमें बताया गया कि कैसे क्विट लाइन सर्विस की मदद से आप सिगरेट और तम्बाकू को छोड़ा जा सकता है।
नारगी डिजिटल एक्शन फिल्म प्रोडक्शन हाउस ने तैयार की शॉर्ट फिल्म
फिल्म का निर्माण कार्य नारगी डिजिटल एक्शन फिल्म प्रोडक्शन हाउस ने किया है और यह फिल्म गोवा फिल्म फेस्टिवल में भी पार्टिसिपेट कर रही है जिसका रिजल्ट आना अभी बाकी है। इसके बाद नेशनल टोबैको क्विट लाइन सर्विस की वेबसाइट को लांच किया गया और अंत में 2016 से स्थापित नेशनल टोबैको क्विट लाइन सर्विस की 6 साल की अपडेट रिपोर्ट सांझा की गई।
नेशनल टोबैको क्विट लाइन के लिए टोल फ्री नंबर 18011 2356 पर कॉल करें
संस्थान ने अब तक नेशनल टोबैको क्विट लाइन के कॉल सेंटर जिसका टोल फ्री नंबर 18011 2356 है। भारत सरकार का यह कॉल सेंटर इनबॉउंड और आउट बॉन्ड दोनों तरह की सेवा प्रदान करता है। जो व्यक्ति सिगरेट व तंबाकू छोड़ना चाहते हैं वे टोल फ्री नंबर पर कॉल करते हैं और कॉल सेंटर काउंसलर्स उनकी इस आदत को छुड़ाने में सुबह 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक उनकी मदद करते हैं।
पूरी तरह निशुल्क है ये सुविधा
यह सुविधा पूरी तरह से निशुल्क है। जिसमें काउंसलर्स उनकी एक क्विट डेट डिसाइड करते हैं और उसके बाद रेगुलर उसका साल भर तक फॉलोअप लेते रहते हैं। जब तक कि व्यक्ति पूर्णता सिगरेट व तंबाकू छोड़ नहीं देता और यह सब निर्भर करता है व्यक्ति की विल पावर पर।
संस्थान के निदेशक प्रोफ. राज कुमार ने जारी किए आँकड़े
संस्थान के निदेशक ने वर्ल्ड नो टोबैको डे पर कहा “2016 से स्थापित इस कॉल सेंटर में अब तक कुल 58,73,312 कॉल IVR में रिसीव हुई हैं। जिसमें इनबॉउंड कॉल 6,80,601 है और आउटबाउंड कॉल्स 19,10,543 व रजिस्टर्ड क्विट डेट सेट कॉल 2,49,344 है। इसमें ज्यादातर व्यस्क कॉलर हैं जिनकी आयु 25 से 64 वर्ष के बीच हैं।
रिपोर्ट के सामने आते ही हुए कई खुलासे
अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 50.95% जिसमें पुरुषों की संख्या 98.82% है | ज्यादातर कॉल उत्तर प्रदेश व राजस्थान से है। इनमें ज्यादातर देखा गया है कि 72.40% कॉलर्स की फैमिली हिस्ट्री तम्बाकू सेवन की नहीं है। सबसे बड़ा डाटा उन लोगों का है जिन्होंने पिछले 1 से 10 वर्षों में इसका सेवन शुरू किया है जो कि लगभग 78.65% है |