महिला रोबोट “व्योममित्र”: अंतरिक्ष की ओर पहला कदम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के “गगनयान” मिशन से पहले, महत्वाकांक्षी भारतीय “गगनयान” मिशन का हिस्सा बनने वाली महिला रोबोट “व्योममित्र” अंतरिक्ष में उड़ान भरेगी। यह सशक्त, सुरक्षित और स्वावलंबी भारतीय महिलाओं की प्रतिष्ठा का प्रतीक होगी।
“व्योममित्र” की खासियतें
“व्योममित्र” शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है “अंतरिक्ष” और “मित्र”। यह रोबोट महिला अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में सहारा देगा और उसके लिए जीवन सहारा कार्यों को संपन्न करने की क्षमता रखेगा। “व्योममित्र” छह पैनलों को संचालित करने और सवालों का उत्तर देने में सक्षम होगा।
“गगनयान” मिशन: मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा की तैयारी
“गगनयान” मिशन का उद्देश्य भारत को मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्रा की क्षमताओं में पहली बार साकार करना है। इस मिशन के अंतर्गत, एक दल को 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजा जाएगा और उसके बाद मानव यात्रीयों को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा।
चंद्रयान 3: चंद्रमा के अद्वितीय अनुसंधान
“चंद्रयान 3” ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का सफल प्रयास किया है। इस परियोजना से प्राप्त जानकारी को समय के साथ साझा किया जाएगा, जिससे हम चंद्रमा के अनुसंधान में एक नई मोड़ पर आ सकते हैं।
भारत ने अंतरिक्ष में अपनी मानवयुक्त यात्रा की शुरुआत के लिए उदाहरणशील कदम बढ़ाया है और इससे देश को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक पहुँचने में मदद मिलेगी।