केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर राजनीतिक हलचल जारी है। इस विधेयक को फिलहाल जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) के पास भेजा गया है। एनसीपी प्रमुख अजित पवार का इस मुद्दे पर बयान भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
धुले में एनसीपी की जन सम्मान यात्रा को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि “केंद्र सरकार ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश किया है, जो JPC के पास भेजा गया है। इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सांसद शामिल हैं।”
अजित पवार ने साफ किया कि “एनसीपी ने यह तय किया है कि अगर इस विधेयक को लेकर कोई चिंता है, तो हम आपकी बात सुनेंगे। हम अल्पसंख्यकों के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और आश्वासन दिया कि एनसीपी किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी।
इसके साथ ही, अजित पवार ने राज्य की महिलाओं के लिए नई ‘लाडली बहना योजना’ की घोषणा की और कहा कि “राज्य की महिलाओं को एनसीपी पर भरोसा है। नवंबर में चुनाव होंगे और दिसंबर में नई सरकार बनेगी। हमें इस योजना को आगे भी जारी रखना है, इसलिए मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि महायुति और उसके संबंधित विधायक उम्मीदवारों का समर्थन करें।”
उन्होंने यह भी कहा कि “हमने तय किया है कि इस शैक्षणिक वर्ष से ईडब्ल्यूएस और पिछड़े वर्ग की महिलाओं की कॉलेज शिक्षा को पूरी तरह से प्रायोजित किया जाएगा।” अजित पवार ने 8 अगस्त को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में नासिक के डिंडोरी से अपनी जन सम्मान यात्रा शुरू की, जो अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में जाएगी। इस यात्रा का मुख्य फोकस 70-80 निर्वाचन क्षेत्रों पर है, जहां एनसीपी चुनाव लड़ना चाहती है, और विशेष जोर महिला मतदाताओं पर दिया जाएगा।