मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के 28 जिलों में अगले 32 घंटों में तीव्र बारिश हो सकती है। विशेषकर बालाघाट, मंडला, और सिंगरौली सहित 11 जिलों में तेज बारिश की आशंका जताई गई है।
बीते 84 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में अत्यधिक बारिश हो चुकी है, जिससे सामान्य से 74 मिमी अधिक वर्षा हो चुकी है। वर्तमान में 947.42 मिमी सामान्य वर्षा के मुकाबले 1021.08 मिमी बारिश हो चुकी है। राजधानी भोपाल, ग्वालियर, और जबलपुर समेत कई अन्य जिलों में भी हल्की बारिश की संभावना है। इस दौरान गरज और बिजली कड़कने की भी संभावना है।
मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। महाकौशल क्षेत्र में कई नदियाँ और नाले उफान पर आ चुके हैं। भारी जलभराव की वजह से कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। जबलपुर में बीते 24 घंटों में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।
मंडला जिले में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है और कई अन्य नदियाँ भी सामान्य स्तर से ऊपर बह रही हैं। मंडला-नागपुर और मंडला-नैनपुर मार्गों पर ट्रैफिक की समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। बालाघाट और सिवनी क्षेत्रों में भी भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने जनता को सावधान और अलर्ट रहने की सलाह दी है। राज्यभर में वज्रपात की चेतावनी भी जारी की गई है। अगले 32 घंटों में 11 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। 15 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में नई स्थिति बनने की संभावना है, जिसका असर 16 सितंबर से मध्य प्रदेश में देखा जा सकता है। इस दौरान सागर, टीकमगढ़, मंडला सहित 15 जिलों में फिर से भारी बारिश हो सकती है।