पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि वह 30 दिसंबर को संदेशखाली की यात्रा करेंगी। यह यात्रा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख से जुड़े भूमि कब्जाने और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच हो रही है।
सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम में होंगी शामिल
ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, “मैं 30 दिसंबर को संदेशखाली जाऊंगी और वहां एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम में भाग लूंगी।” लोकसभा चुनाव के दौरान, ममता ने वादा किया था कि चुनाव परिणाम के बाद वह संदेशखाली का दौरा करेंगी।
संदेशखाली में तनाव और शाहजहां शेख प्रकरण
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में इस साल 5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमला हुआ था। यह टीम टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने गई थी। इस घटना के बाद स्थानीय महिलाओं ने शेख और उनके सहयोगियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
फरवरी में शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद मामला और बढ़ गया। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
चुनावी रैली में किया था वादा
ममता बनर्जी ने मई में बशीरहाट में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था, “हाजी नुरुल इस्लाम के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद, मैं कुछ दिनों के भीतर संदेशखाली का दौरा करूंगी।” अब उन्होंने अपने इस वादे को पूरा करने का फैसला किया है।
टीएमसी और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान
संदेशखाली की घटना को लेकर टीएमसी और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। टीएमसी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बशीरहाट से नुसरत जहां को हटाकर एसके नुरुल इस्लाम को उम्मीदवार बनाया है।
संदेशखाली दौरे का महत्व
ममता बनर्जी का यह दौरा न केवल स्थानीय लोगों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश है, बल्कि टीएमसी के राजनीतिक संदेश को भी मजबूत करेगा। भाजपा और टीएमसी के बीच जारी तनाव के बीच यह दौरा आगामी चुनावों में अहम भूमिका निभा सकता है।