पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित मोतीलाल नेहरू मार्ग पर उनके आवास पर रखा गया है। इसे कल रात एम्स से यहां लाया गया था। आज उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जहां आम जनता और गणमान्य लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।
कब होगा अंतिम संस्कार?
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार कल किया जा सकता है। इसकी औपचारिक घोषणा आज कांग्रेस करेगी। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
राष्ट्रीय शोक की घोषणा
केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान:
सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा।
डॉ. मनमोहन सिंह ने 92 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। उन्हें तबीयत बिगड़ने पर एम्स के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था।
अंतिम संस्कार का प्रोटोकॉल
भारत में पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार के लिए विशेष प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसमें शामिल हैं:
राष्ट्रीय ध्वज में लिपटा पार्थिव शरीर: अंतिम संस्कार से पहले पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा जाता है।
21 तोपों की सलामी: यह सर्वोच्च राजकीय सम्मान का प्रतीक है।
सुरक्षा और प्रोटोकॉल का पालन: अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं।
सशस्त्र बल की भागीदारी: सैन्य बैंड और सशस्त्र बल के जवान पारंपरिक मार्च करते हैं।
दाह संस्कार का स्थान
पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार दिल्ली के विशेष स्मारक स्थलों पर होता है।
राजघाट परिसर: जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अंतिम संस्कार यहीं किया गया था।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार: दाह संस्कार परिवार की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होता है।
विशेष उपस्थिति: अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होते हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली में या उनके गृह राज्य में किया जा सकता है। इसकी औपचारिक जानकारी जल्द जारी होगी।