शतरंज एक ऐसा खेल है जिसमें चालें दिमाग से और सावधानीपूर्वक चलनी होती हैं। राजनीति में भी यही रणनीति लागू होती है, और अरविंद केजरीवाल इस खेल में माहिर माने जाते हैं। तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की और जनता की अदालत में वापस जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि दोबारा चुने जाने पर वे फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
आतिशी का बड़ा बयान
दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “अरविंद केजरीवाल ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।” उन्होंने उन दावों को खारिज किया, जिनमें कहा गया कि केजरीवाल सीएम बनने के लिए पात्र नहीं हैं।
कानूनी वैधता पर आतिशी की राय
आतिशी ने कहा, “कानूनी तौर पर यह बिल्कुल स्पष्ट है कि जो चुनाव लड़ सकता है, वह मुख्यमंत्री बनने के लिए भी पात्र है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत में कोई ऐसी शर्त नहीं है जो केजरीवाल के सीएम बनने में बाधा बने।
आम आदमी पार्टी की चुनौतियां
आतिशी ने पार्टी के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पार्टी ने कई बाधाओं के बावजूद सरकार चलाई है।
2015 में सत्ता में आने के बाद गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना के जरिए दिल्ली सरकार की शक्तियां छीन ली थीं।
आठ साल तक कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद अदालत ने दिल्ली सरकार को सही ठहराया।
लेकिन आठ दिनों के भीतर केंद्र ने अध्यादेश लाकर फिर से उनकी शक्तियां छीन लीं।
अरविंद केजरीवाल की प्रतिबद्धता
कथित शराब घोटाला मामले में जमानत पर रिहाई के बाद, अरविंद केजरीवाल ने जनता से ईमानदारी का प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही मुख्यमंत्री पद पर लौटने का संकल्प लिया था।
आतिशी के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व पर विश्वास रखती है। राजनीतिक रणनीति और कानूनी चुनौतियों के बावजूद पार्टी की प्राथमिकता दिल्ली के विकास और जनता की भलाई है।