दृष्टि संबंधित समस्या उम्र बढ़ने पर हुआ करती है, लेकिन अब कम उम्र के बच्चों को नंबर वाला चश्मा चढ़ जाता है। आंखें लाल, जलन, धुंधला दिखना, आंखों से पानी आना आदि नेत्र संबंधित सामान्य समस्याएं हैं। लक्षण नजर आते ही चिकित्सक से सलाह लें। आंखों की रोशनी को मजबूत बनाने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपना सकते हैं। दृष्टि संबंधित समस्याओं के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं विश्व दृष्टि दिवस का इतिहास, महत्व और इस वर्ष की थीम।
विश्व दृष्टि दिवस (World Sight Day) प्रतिवर्ष अक्टूबर महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। 2023 में विश्व दृष्टि दिवस 12 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन के माध्यम से दुनिया भर में लोगों को आँखों की देखभाल और दृष्टि संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य स्वास्थ्य संगठनों द्वारा दृष्टि संरक्षण के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया जाता है।
इस दिन की नींव 1990 में हुई, जब लायंस क्लब इंटरनेशनल की सबसे प्रसिद्ध और प्रभावी पहलों में से एक, “साइट फर्स्ट” की स्थापना की गई। ट्रेकोमा और अन्य समस्याओं के कारण होने वाले अंधेपन से निपटने के लिए के लिए साइट फर्स्ट की स्थापना की गई थी। बाद में दृष्टि दिवस मनाया जाने का फैसला लिया गया।विश्व दृष्टि दिवस का उद्देश्य
इस दिन का मुख्य उद्देश्य है लोगों को आँखों की सुरक्षा, देखभाल, और दृष्टि संरक्षण के महत्व के प्रति जागरूक करना और विश्व भर में दृष्टि संबंधित समस्याओं को समाप्त करने की दिशा में संवेदना बढ़ाना है।
विश्व दृष्टि दिवस की थीम 2023
विश्व दृष्टि दिवस की हर साल एक खास थीम होती है। इस वर्ष दृष्टि दिवस 2023 की थीम ‘Living with an RMD at all stages of life’ है। आरएमडी का अर्थ रेटिकुलर मैक्युलर डीजेनेरेशन से है।