नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स) : लोकसभा में सरकार के खिलाफ विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A) द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से गिरा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने के दौरान ही विपक्षी दलों के सदस्य सदन से बर्हिगमन कर गए। इस बीच कांग्रेस के नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को सदन की कार्यवाही से उनके व्यवहार के खिलाफ विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया।
मणिपुर के लोगों को पीएम ने दिया आश्वासन, कहा- ‘पूरा देश उनके साथ’
इससे पहले सदन में प्रस्ताव पर बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के लोगों को आश्वासन दिया कि पूरा देश उनके साथ है और राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा, मणिपुर जल्द ही फिर से शांति और विकास का गवाह बनेगा। पीएम ने यह भी कहा कि मणिपुर में हिंसा दुखद है और महिलाओं के खिलाफ अपराध अस्वीकार्य हैं। पीएम मोदी ने कहा, आरोपियों को सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की ज्यादातर समस्याओं के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा पर पीएम मोदी का उत्तर सुनने को तैयार नहीं हुआ विपक्ष
वहीं, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का उत्तर देने के दौरान अधीर रंजन चौधरी बार-बार प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में हस्तक्षेप कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री को भगोड़े आर्थिक अपराधी से भी जोड़ने की कोशिश की। उसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें अपने शब्द वापस लेने को कहा लेकिन वे नहीं माने।
विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया अविश्वास प्रस्ताव
प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में विपक्षी दलों के सदस्य नारे लगाते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए। विपक्ष मणिपुर पर प्रधानमंत्री से बोलने की मांग कर रहा था। प्रधानमंत्री के भाषण के अंत में पेश अविश्वास प्रस्ताव भी विपक्ष की अनुपस्थिति में ध्वनिमत से गिर गया।