**कोलकाता।** केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आरजीकेएमसीएच) में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में संस्थान के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और पूर्व चिकित्सा अधीक्षक एवं उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ से पूछताछ शुरू की। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के तहत रविवार को घोष के बेलियाघाटा स्थित आवास पर तलाशी ली गई थी, जिसके बाद सोमवार सुबह वह फाइलों और दस्तावेजों के साथ साल्ट लेक स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंचे।
वशिष्ठ के निवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा था, और उन्हें निजाम पैलेस में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया। इसके अलावा, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के एक प्रोफेसर को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
सीबीआई अधिकारी ने बताया, “रविवार के तलाशी अभियान के बाद हमारे पास कई सवाल हैं, जिनका जवाब हम इनसे चाहते हैं।” सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने आरजीकेएमसीएच में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में रविवार को घोष, वशिष्ठ और 13 अन्य व्यक्तियों के कोलकाता और आसपास के परिसरों पर एक साथ तलाशी ली थी। इसके अलावा, रोगियों की देखभाल के लिए सामग्री की आपूर्ति करने वाले कुछ व्यक्तियों के दफ्तरों और आवासों पर भी छापे मारे गए।
आरजीकेएमसीएच के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, संदीप घोष ने अपने कार्यकाल के दौरान अपने सहयोगियों के साथ मिलकर स्वास्थ्य विभाग और कॉलेज काउंसिल की अनुमति के बिना फूड स्टॉल, कैफे, कैंटीन और मूत्रालय के निर्माण के लिए अवैध निविदाएं जारी की थीं। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि तीन व्यापारियों को अवैध ठेके दिए गए थे।
गौरतलब है कि नौ अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक का शव मिला था, जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे। इस घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। देशभर में इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, और कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने हत्या और कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले दर्ज किए हैं।