बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। सिन्हा की यह टिप्पणी तेजस्वी यादव की जाति जनगणना और बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण वृद्धि को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग के बाद आई है। सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता ही तय करेगी कि राज्य का सच्चा सेवक कौन होगा।
सिन्हा ने भाजपा की तरफ से कहा कि जाति के नाम पर राजनीति करने वाले और बिहार में भ्रष्टाचार बढ़ाने वाले लोग केवल अपने परिवार के उत्थान और कल्याण के लिए नाटक कर रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके माता-पिता के 15 साल के शासन में कोई उल्लेखनीय काम नहीं हुआ और अब वे NDA के कामों को अपना बता रहे हैं।
सिन्हा ने कहा कि राजद की संस्कृति जनता को बरगलाने और भौकाल बनाने की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लालू यादव के 15 साल के शासन में एक भी व्यक्ति को आरक्षण नहीं दिया गया और केवल परिवार के आरक्षण की चिंता की गई।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी तेजस्वी यादव से सवाल किया था कि उनके माता-पिता ने अपने शासन के दौरान यह व्यवस्था क्यों नहीं की।