लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भाजपा-आरएसएस पर जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, “वे केवल नफरत फैलाना जानते हैं, और उनकी राजनीति भी नफरत की है। आप सभी जानते हैं कि नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता।”
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सवाल उन्हें राहुल गांधी से पूछना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब वे श्रीनगर जाकर बर्फ के गोले बनाकर खेलते हैं और लाल चौक जाकर आइसक्रीम खाते हैं, तो क्या यह संभव था जब केंद्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी?”
जितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि राहुल गांधी की फैलाई हुई नफरत के कारण जम्मू-कश्मीर ने 30 साल तक आतंक का साया झेला। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने माहौल बदला है और स्थिति को सामान्य किया है।”
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक रैली में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां के लोगों पर फैसले थोपे जा रहे हैं। यह पहली बार था जब राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए सुरनकोट आए थे, जहां करीबी मुकाबले की उम्मीद है।
सुरनकोट में, शाहनवाज चौधरी गठबंधन के उम्मीदवार हैं, जबकि भाजपा के मुश्ताक बुखारी उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं। निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद अकरम चौधरी भी चुनावी मैदान में हैं, जो पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस से जुड़े थे लेकिन अब निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
यह मामला जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आया है।