महात्मा विदुर बहुत दूरदर्शी और महान विद्वान थे। वह एक महान दार्शनिक और महाभारत के महत्वपूर्ण पात्र थे। वह पांडवों और कौरवों के चाचा थे, लेकिन उन्होंने किसी भी पक्ष के युद्ध में भाग नहीं लिया। उनका स्वभाव अत्यंत सरल एवं शांत था। इसी कारण वह भगवान श्रीकृष्ण का भी प्रिय था। महात्मा विदुर की नीतियां मानव जीवन में बहुत महत्व रखती हैं। ऐसी चीजों के बारे में बताया है जो अगर किसी के पास है तो वह बहुत भाग्यशाली है। ऐसे व्यक्ति का जीवन खुशियों से भरा रहता है।
विदुर नीति कहती है कि जो लोग मधुर वचन बोलते हैं उन पर हमेशा मां सरस्वती की कृपा बनी रहती है। मीठा बोलने वाले को जीवन में प्यार और सम्मान दोनों मिलता है। ऐसे लोगों पर देवी-देवताओं की कृपा होती है, ये लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं।
एक अच्छी और संस्कारी संतान माता-पिता का जीवन सफल बनाती है। ऐसी संतान अपने माता-पिता के साथ-साथ पूरे कुल का नाम रोशन करती है। विदुर कहते हैं कि जिनकी संतान आज्ञाकारी और संस्कारी होती है, वे बहुत भाग्यशाली होते हैं।
महात्मा विदुर कहते हैं कि जिस व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा होता है वही सुखी और धनवान होता है। शक्ति कमजोर होने के कारण रोगी कोई भी कार्य ठीक से नहीं कर पाता है। जिसके कारण वह पैसा भी नहीं कमा पाता है। जब स्वास्थ्य अच्छा होगा तो व्यक्ति समृद्ध और सुखी जीवन जी सकता है। कहा भी गया है कि पहला सुख निरोगी काया…
विदुर नीति के अनुसार विद्या एक ऐसा धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता। ज्ञान ही व्यक्ति को मुसीबत से बचाता है यानी मुसीबत से बाहर निकलने में मदद करता है। इसलिए जिसके पास ज्ञान है वह बहुत भाग्यशाली है।
महात्मा विदुर के अनुसार वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है जिसके साथ अच्छे आचरण वाली स्त्री होती है। एक अच्छे आचरण वाली महिला अपने घर को स्वर्ग बना देती है। ऐसे व्यक्ति का पूरा जीवन सुखमय रहता है।