नई दिल्ली, (नेशनल थॉट्स )- केंद्र सरकार देश के हर तबके विकास और उत्थान पर ध्यान दे रही है। इसी क्रम में दिव्यांगजनों की अनोखी प्रतिभा को सभी के सामने लाने की मुहिम की शुरुआत कर रही है और दिव्य कला मेला का आयोजन करने जा रही है।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (दिव्यांगजन) देश भर के नियमित दिव्यांग उद्यमियों व कारीगरों के उत्पादों और उनके शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम ‘दिव्य कला मेला’ का आयोजन 15 से 24 सितंबर तक वाराणसी में आयोजित करेगा। यह कार्यक्रम लोगों के लिए एक रोमांचक अनुभव पेश करेगा क्योंकि इसमें जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों के जीवंत उत्पाद, हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और पैकेज्ड फूड आदि एक साथ देखने को मिलेंगे।
‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा
इस मेले में 20 राज्यों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर व कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे। मेले में गृह सज्जा एवं जीवनशैली, कपड़े, स्टेशनरी एवं पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड फूड और ऑर्गेनिक उत्पाद, खिलौने और उपहार, आभूषण जैसे व्यक्तिगत सहायक उत्पाद शामिल रहेंगे। यह सभी लोगों के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा देने और दृढ़ संकल्प के साथ दिव्यांग कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को देखने तथा खरीदने का अवसर होगा।
देश के 12 शहरों में आयोजित किया जाएगा
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री ए. नारायणस्वामी 15 सितंबर को शाम 5.00 बजे करेंगे। इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने इस अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए भव्य योजनाएं बनाई हैं, जिसके हिस्से के रूप में देश भर में ‘दिव्य कला मेला’ आयोजित किया जा रहा है। वर्ष 2023-2024 के दौरान यह कार्यक्रम देश के 12 शहरों में आयोजित किया जाएगा।