कठुआ में भारतीय सेना के काफिले पर आतंकवादियों के हमले के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कड़ा बयान दिया है।उन्होंने कहा, “सारी दुनिया में इसकी निंदा हो रही है। यह गलत है। दुनिया का कोई भी देश आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकता। यह आतंकवाद पाकिस्तान को बर्बाद कर देगा। जब आतंकवाद बंद होगा तब ही बातचीत शुरू होगी। दोनों चीजें एक साथ नहीं चल सकती। उन्हें इस बारे में सख्त कदम उठाने चाहिए।”
अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा, “कहीं भारत के सब्र का बांध टूट न जाए और लड़ाई हो जाए।”
कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किए गए आतंकवादी हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस हमले को तीन से चार आतंकवादियों ने अंजाम दिया, जिनमें ज्यादातर विदेशी थे। ये आतंकवादी हसनगढ़ हमले में शामिल समूह का हिस्सा थे। हसनगढ़ के पिपरा गांव में 28 अप्रैल को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक ग्राम रक्षा प्रहरी मोहम्मद शरीफ की मौत हो गई थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर कहा, “जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के जवानों के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला एक कायरतापूर्ण कृत्य है, जिसकी निंदा की जानी चाहिए और इसके लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। मेरी संवेदनाएं उन बहादुरों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ चल रहे इस युद्ध में अपने प्राणों की आहुति दी है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।”
कठुआ में हुए इस आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। सरकार और सुरक्षा बल इस हमले का सख्त जवाब देने के लिए तैयार हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी को एकजुट होकर कदम उठाने की जरूरत है।