1.जब भेजे गए चुटकले पर कोई कमेंट
नहीं मिलता तो ऐसा लगता है…
जैसे मैं गंजों के शहर में कंघी बेचने
निकल पडा़ हूँ..
2. पिता ( बेटे से ) – देखों बेटे , जुआ नहीं खेलते | यह ऐसी आदत हैं कि यदि इसमें आज जीतोगे तो कल हारोगे , परसों जीतोगे तो उससे अगले दिन हार जाओगे |
बेटा – बस , पिताजी ! मैं समझ गया , आगे से मैं एक दिन छोड़कर खेला करूंगा |
बेटा – बस , पिताजी ! मैं समझ गया , आगे से मैं एक दिन छोड़कर खेला करूंगा |