नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स) : बैंकिंग सेक्टर में महिला बैंक एक अनूठी पहल है। जो महिला का महिला के द्वारा और महिला के लिए होगा। किसी भी राष्ट्र और समाज के विकसित होने का पैमाना स्त्री की स्थिति होती है। 2047 में आजादी के 100 साल पूरे होने पर विकसित राष्ट्र का सपना साकार करने के लिए पहले महिलाओं को विकसित करना होगा।
विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में यह महिला बैंक विकसित महिला समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होगा। महिला बैंक के माध्यम से बैंकिंग सेक्टर में पूंजी निवेश से महिलाओं के लिए रोजगार के साथ साथ महिला उद्यमियों के लिए अवसर और संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा।महिला बैंक होने से महिलाओं को सुविधा और सुरक्षा दोनों का वातावरण मिलेगा। महिलाओं में परस्पर अपनापन आत्मीय वार्तालाप संवाद से काम करने में आसानी होगी। ऑफिस ऑफिस खेलने या कई चक्कर लगाने से वो बचेंगी। बैंकिंग क्षेत्र से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत होकर एक महिला अपने घर बार के साथ कारोबार चलाने में सक्षम होकर अपने बच्चों को एक बेहतर भविष्य एक बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य देने में मदद मिलेगी।
महिला बैंक की भारत में अपार संभावनाएं हैं। देश की इकोनॉमी के साथ साथ महिलाओं की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। आर्थिक स्वावलंबन से स्त्री स्वावलंबन यानी पर निर्भरता के स्थान पर स्व निर्भरता की ओर महिलाओं को ले जायेगा।दूसरों पर आश्रित या डिपेंडेंट के स्थान पर स्व आश्रित यानि इंडिपेंडेंट बनाएगा। अपने पैरों पर खड़ा होकर शक्ति प्रदान करेगा। यही शक्ति महिला सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करेगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में भारतीय नमो संघ सामाजिक महा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज तोमर(मन्नू भैया) विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मीना शर्मा, स्वामी सुनील दास केरला, सुनील पराशर, राहुल कुमार त्रिपाठी भी उपस्थित रहे। वहीं
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्ट 4 पीस के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्षा Dame munni Irone द्वारा की गई। इस मौके पर सभी ने भारत को विश्व गुरु बनाने का संकल्प लिया।
मुख्य अतिथि मनोज सिंह तोमर ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि भारत अब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जल्द ही विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है भारत को विकसित देश बनने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती भारतीय नमो संघ पृथ्वी कुछ संगठन के साथ भागीदारी करेगा राष्ट्र भावना से कार्य करते हैं हम 24 घंटे राष्ट्रीय कार्यों में लगे हैं हम जल्द ही पूरे विश्व से सारे सामाजिक संगठनों को जोड़कर एक महा संगठन की घोषणा करेंगे जिसका केंद्रीय कार्यालय भारत में होगा और जोधपुर से कार्य करेगा।