पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 112 फीट ऊंची दुर्गा मूर्ति को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। ममता बनर्जी का कहना है कि इतनी बड़ी मूर्ति से भगदड़ मचने का डर है। उन्होंने दावा किया कि इतनी विशाल मूर्ति की कोई आवश्यकता नहीं है और इसके निर्माण से सुरक्षा खतरे बढ़ सकते हैं।
ममता बनर्जी ने एक सभा में कहा, “कल मैंने अखबार में पढ़ा कि 112 फीट की ऊंची दुर्गा प्रतिमा तैयार की जा रही है। सोचिए, इतनी बड़ी मूर्ति से कितनी खतरनाक भगदड़ हो सकती है। भगदड़ से बचने की जिम्मेदारी क्लब की है।”
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में 112 फीट ऊंची दुर्गा मूर्ति बनाई जा रही है, जिसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की योजना है। इस मूर्ति के निर्माण में दिन-रात काम चल रहा है, और इसके तैयार होने के बाद कारिगरों का नाम गिनीज बुक में शामिल हो सकता है।
पिछले साल कोलकाता के एक नामी क्लब ने 88 फीट की दुर्गा मूर्ति बनाई थी, लेकिन भीड़ की अधिकता के कारण एक दुर्घटना में मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस बार, मूर्ति को अधिक टिकाऊ और हल्का बनाने के लिए फाइबर कास्ट का उपयोग किया जा रहा है। मूर्ति के वजन को नियंत्रण में रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि निर्माण के दौरान किसी भी प्रकार की क्षति से बचा जा सके।
इसके अलावा, 40 फीट ऊंची लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक और गणेश की मूर्तियां भी बनाई जाएंगी।
ममता बनर्जी ने मूर्ति के निर्माण से संबंधित सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया है और किसी भी संभावित दुर्घटना के लिए क्लब को जिम्मेदार ठहराने की बात कही है। इस स्थिति में, स्थानीय प्रशासन और आयोजनकर्ताओं को अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।