नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स)- दिल्ली में बीते तीन-चार दिनों से हो रही मानसूनी बरसात ने सारे रिकॉर्ड तोड़े। वहीं जगह-जगह जलभराव होना, सड़क धंसने के साथ-साथ दिल्ली के कई इलाकों में लगने वाले भारी जमा ने आम जन-जीवन को काफी प्रभावित किया। दिल्ली में बरसात के कारण बढ़ी समस्याओं पर नेशनल थॉट्स ने विभिन्न लोगों से उनकी प्रतिक्रिया जानी,
लारेंस रोड़ सी-2 के घरों में घुसा गंदा पानी – कामिनी अग्रवाल
लारेंस रोड़ सी-2 की RWA अध्यक्ष कामिनी अग्रवाल ने बताया कि कहने को तो उनका एरिया पोश इलाकों में है, लेकिन क्षेत्र में आकर कोई देखता है तो पता चलता है कि ये केवल कल्पना है। मौसम की पहली बरसात ने यहां के निवासियों का जीना दूभर कर दिया।क्योंकि मानसून से पहले नालों की सफाई का दावा खोखला साबित हुआ, सीवर बैक मारने लगे, गंदा पानी घरों में घुस गया, रात भर लोग सो नहीं सके, जल भराव के कारण बच्चे व बुजुर्ग घरों में कैद हो कर रह गए।
क्षेत्र के नालों व अन्य सफाई के मामले में जब नगर निगम को शिकायत करते हैं वो दिल्ली सरकार के विभागों का कार्य बताकर वहां के लिए भेज देते हैं, जब दिल्ली सरकार के विभागों में जाएं तो वो निगम के दफ्तर भेज देते हैं। बस यही खेल चलता रहता है, हमारी समस्याएं को सुनने को ही राजी नहीं होते।
दिल्ली में जलभराव के मुद्दे पर भाजपा कर रही है घटिया राजनीति – पवन पंडित
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव पवन पंडित का कहना है कि मानसून की बरसात केवल दिल्ली में ही नहीं हुई यह पूरे उत्तर भारत में हो रही है। लेकिन दिल्ली में भाजपा ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है, जो सरासर गलत। दिल्ली में जलभराव से जनता को परेशानियां हो रही, उसका मुझे दुख है।
लेकिन इन सब के लिए सरकार व प्रशासन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया जाए यह सही नहीं, जनता अपने आस-पास खुद कूड़े के ढेर लगा देती, नालियों में कूड़ा फेंक देती है, नालियों पर अतिक्रमण करके उन्हें अवरुद्ध कर देती है जिसके कारण पानी की निकासी में बाधा आती है।
सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी होगी और जनता जागरूक होकर नालियों में कूड़ा डालने से बचे तो कुछ हद तक हम बरसात के दिनों होने वाली परेशानियों को कम कर सकते हैं।
बीते 10 वर्ष से साफ नहीं हुए रोहिणी सेक्टर-3 के सीवर – हरीश धूपड़
रोहिणी सेक्टर -3 के RWA अध्यक्ष हरीश धूपड़ का मानना है कि हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधि ही हमारी समस्याओं को बढ़ाने के जिम्मेदार हैं, क्योंकि क्षेत्र की हालातों को गंभीरता से नहीं लेते। यदि नेता और अधिकारी समय रहते अपना काम पूरा करें तो, जन-समस्याओं का जंजाल नहीं बनेगा।
सेक्टर-3 के सिवर बीते 10 वर्ष से साफ नहीं हुए, गालियां की छोटी नालियां भी कूड़े-कचरे से भरी पड़ी हैं, बरसात के आते ही पानी घरों में घुसता है, जिससे क्षेत्र के निवासियों की समस्याएं और बढ़ जाती हैं। मानसून से पहले यदि नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया जाए तो ये समस्याएं अपने-आप कम हो जाएंगी।
केजरीवाल सरकार की लापरवाहियों का खामियाजा भुगत रहे हैं, हम – अजय वत्स
त्रिनगर क्षेत्र में लेखू नगर RWA अध्यक्ष अजय वत्स का कहना है कि मानसून की पहली बरसात के दौरान ही दिल्ली के लोगों को जो परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं, इसके लिए दिल्ली सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। केजरीवाल दिल्ली को पेरिस बनाने की बात करने का दावा करते हैं, नालों की सफाई का काम समय से करवा नहीं रहे हैं।
केजरीवाल दिल्ली को भगवान भरोसे छोड़ कर अन्य राज्यों में अपनी सरकार बनाने का सपना लेकर घूम रहे हैं। केजरीवाल ने ईमानदारी का ढोंग करके पहले तो दिल्ली के लोगों को ठगा और अब उनके जीवन से खिलवाड़ कर रहे। दिल्ली में जगह-जगह सड़क धंस रही हैं, गहरे नाले जाम होने से कई इलाकों में घुटनों तक पानी भरा, गाड़ियां डूब गई, दुपहिया वाहन चालकों को जान हथेली पर रख कर चलना पड़ रहा है।