आखिर क्या हुआ था 40 Starlink उपग्रहों के साथ?
- 2022 में SpaceX ने Starlink उपग्रहों का एक बैच लॉन्च किया था।
- कुछ ही दिनों बाद, 40 उपग्रह जल गए।
- शुरुआत में, यह माना गया कि सौर तूफान इनका कारण था।
- लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों ने एक नया खुलासा किया है।
भारतीय वैज्ञानिकों का कहना है:
- सौर तूफान के अलावा, अन्य कारक भी Starlink उपग्रहों के जलने का कारण बने।
- अंतरिक्ष मौसम में बदलाव ने भी इन उपग्रहों को प्रभावित किया।
- लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) में उपग्रहों की उच्च घनत्व भी एक समस्या थी।
- LEO में उपग्रहों को समायोजित करने में कुछ परेशानी आई थी।
इन कारकों के संयोजन ने Starlink उपग्रहों को नष्ट कर दिया।
यह अध्ययन महत्वपूर्ण क्यों है?
- यह अध्ययन हमें Starlink उपग्रहों की सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देता है।
- यह भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने में हमारी मदद कर सकता है।
क्या Starlink के लिए भविष्य सुरक्षित है?
- Starlink अभी भी विकास के अधीन है।
- SpaceX इस तकनीक को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है।
- भारतीय वैज्ञानिकों का अध्ययन Starlink के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह अध्ययन Starlink के भविष्य के लिए आशा की किरण जगाता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- यह अध्ययन जर्नल “Space Weather” में प्रकाशित हुआ है।
- अध्ययन में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, कोलकाता, नासा और प्रिडिक्टिव साइंसेज इंक. के शोधकर्ताओं ने भाग लिया।