नई दिल्ली(नेशनल थॉट्स)- ग्लोबल ट्रेड एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल इंडिया (जीटीटीसीआई) नेल्सन मंडेला दिवस का आयोजन किया गया।इस आयोजन का उद्देश्य मंडेला की विरासत को समर्पित करके शांति, सुलह, और सांस्कृतिक विविधता को प्रोत्साहित करना था।
नेल्सन मंडेला दिवस क्षमा, सुलह, और न्याय की दृढ़ता की स्मृति के रूप में सेवा करता है। यह एक अवसर है जहां व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों को मंडेला के दृष्टिकोण पर विचार करने का और भेदभाव और असमानता से मुक्त समाज की प्राप्ति के लिए काम करने का अवसर है।
इन देशों के दूतावासों से आए एंबेसडरों ने कार्यक्रम में शिरकत की
इस मौके पर कंसुलेट ऑफ कोमोरोस – के.एल. गंजू, एंबेसी ऑफ अंगोला, एंबेसी ऑफ जिबूती, एंबेसी ऑफ केन्या, एंबेसी ऑफ पेलेस्टाइन, एंबेसी ऑफ रूस, एंबेसी ऑफ रवांडा, एंबेसी ऑफ दक्षिण सूडान – माननीय महोदया विक्टोरिया, एंबेसी ऑफ युगांडा, एंबेसी ऑफ वियतनाम – श्री बुई, और टोगो की हाई कमीशन – यावो एडेम अकपेमादो सहित कई राजदूतों और प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों द्वारा उपस्थिति दर्ज कराई गई।
डीयू के अफ्रीकी अध्ययन विभाग प्रो. ने नेल्सन मंडेला की जीवन पर प्रकाश डाला
डॉ. गौरव गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के अफ्रीकी अध्ययन विभाग के प्रोफेसर सुरेश कुमार ने जनसमूह को नेल्सन मंडेला के जीवन की कुछ प्रेरक बातें बताई बातें सुनाईं।
वहीं डॉ उपासना अरोड़ा, यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों के निदेशक ज्योति कौर, एमवीआई की प्रेसिडेंट द्वारा भी नेल्सन मंडेला के जीवन संबंधी बातों पर प्रकाश डाला गया।