नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (सोमवार) दोपहर 12 बजे नौवें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। समारोह नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में होगा। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने दी है। पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान ‘भारतीय वस्त्र एवं शिल्प कोष’ का ई-पोर्टल भी लॉन्च करेंगे-कपड़ा और शिल्प का एक भंडार जिसे राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान निफ्ट द्वारा विकसित किया गया है।
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के अनुरूप हथकरघा को मिल रहा बढ़ावा
इससे एक दिन पहले पीएम मोदी ने एक ट्वीट में ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के अनुरूप स्वदेशी वस्त्रों और हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए देश की प्रतिबद्धता को मजबूत करने में इस अवसर के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में ये लोग ले रहे भाग
कार्यक्रम में कपड़ा और एमएसएमई क्षेत्रों के 3000 से अधिक हथकरघा और खादी बुनकर, कारीगर और हितधारक भाग लेंगे। यह पूरे भारत में हथकरघा समूहों, निफ्ट परिसरों, बुनकर सेवा केंद्रों, भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान परिसरों, राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम, हथकरघा निर्यात संवर्धन परिषद, केवीआईसी संस्थानों और विभिन्न राज्य हथकरघा विभागों को एक साथ लाएगा और उन्हें एक सशक्त मंच प्रदान करेगा।
कब से मनाना शुरू किया राष्ट्रीय हथकरघा दिवस ?
पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी हमेशा देश के कलात्मक और शिल्प कौशल की समृद्ध परंपरा को बरकरार रखने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को प्रोत्साहन और नीतिगत समर्थन देने के दृढ़ समर्थक रहे हैं। इस दृष्टिकोण से प्रेरित होकर सरकार ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाना शुरू किया। इस तरह का पहला उत्सव 2015 में सात अगस्त को आयोजित किया गया था। इस तारीख को विशेष रूप से स्वदेशी आंदोलन के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में चुना गया था। स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत के लिए सात अगस्त 1905 की तिथि महत्वपूर्ण है।