नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स) : एंड्रॉयड यूजर्स की प्राइवेसी एक बार फिर से खतरे में है। अब एक ऐसे मैलवेयर एप सामने आया है जो एंड्रॉयड यूजर्स के प्राइवेट मैसेजिंग एप जैसे Facebook, WhatsApp और Telegram को ट्रैक कर सकता है और मैसेज पढ़ सकता है। गूगल ने अपने प्ले-स्टोर से इस ऐप को हटा दिया है। बेहतर होगा कि आप भी इसे तुरंत अपने फोन से डिलीट करें।
साइबर फर्म Cyfirma ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि SafeChat एप यूजर्स के लिए सेफ नहीं है। भले ही इसके नाम में Safe है लेकिन यह ऐप किसी भी कीमत पर सेफ नहीं है। यह ऐप यूजर्स की जासूसी करता है और उनके प्राइवेट मैसेज पढ़ता है। माना जा रहा है कि इस ऐप के पीछे भारतीय हैकिंग ग्रुप Bahamut का हाथ है। SafeChat एप यूजर्स के सभी सोशल मीडिया चैटिंग एप पर नजर रखता है। इसके अलावा उनके फोन के टेक्स्ट मैसेज, कॉल लॉग और जीपीएस लोकेशन को पढ़ता है।
साल 2022 में इसी ग्रुप ने लोगों की ट्रैकिंग और जासूसी के लिए डमी VPN एप्स डिजाइन किए थे। Cyfirma की रिपोर्ट के मुताबिक यदि Bahamut ग्रुप का स्पाईवेयर इनेबल है तो किसी भी डिवाइस को रिमोटली कंट्रोल किया जा सकता है। इस ग्रुप के स्पाईवेयर की मदद से यूजर्स के फोन की एक-एक जानकारी हासिल की जा सकती है।
SafeChat जैसे मैलवेयर वाले ऐप यूजर्स के इंटरनेट कनेक्शन, आईपी एड्रेस, सिम कार्ड सीरियल नंबर आदि की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि SafeChat सेफ और सिक्योर चैटिंग का दावा करता है लेकिन यह खुद ही यूजर्स की जासूसी करता है। यदि आपके फोन में भी SafeChat एप इंस्टॉल है तो उसे तुरंत डिलीट करें।