तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसादम को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरोप है कि लड्डुओं में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में बीफ टैलो (पशु चर्बी), लार्ड (सूअर की चर्बी) और मछली का तेल मिलाया गया है। इस मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने पूरी रिपोर्ट की मांग की है। नड्डा ने कहा, “इस मुद्दे पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से बात की है और उनसे विस्तृत जानकारी मांगी है। मैं रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं और उसकी जांच करूंगा।”
स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह राज्य के खाद्य सुरक्षा नियामकों से भी संपर्क करेंगे। उन्होंने कहा, “खाद्य सुरक्षा मानकों के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, मैंने रिपोर्ट मांगी है और इसकी जांच की जाएगी।”
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने आरोप लगाया है कि पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के समय मंदिर में घी के बजाय जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया था। इससे विवाद और गहरा गया है। इस मामले पर नायडू ने कहा कि यह हिंदू समुदाय के साथ बड़ा अन्याय है और इसकी गहन जांच होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “यह 20,000 करोड़ रुपये का मामला है और इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। यह हिंदू धर्म के साथ अन्याय है, और इसके दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार में शामिल TDP का आरोप गंभीर है। अगर यह सच है, तो यह बीजेपी की बड़ी नाकामी है और जनता इसे माफ नहीं करेगी।”