सम्मेलन में 15 जी20 देशों, अर्जेंटीना,
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, भारत के जी20 प्रेसीडेंसी के मुख्य समन्वयक श्री हर्षवर्धन श्रृंगला, भारत की महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की माननीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, इंडोनेशिया की महिला सशक्तिकरण और बाल संरक्षण मंत्री माननीय सुश्री आई गुस्ति अयु बिंटांग दारमावती, ब्राजील संघीय गणराज्य सरकार की माननीय महिला उप मंत्री सुश्री मारिया हेलेना गुआरेज़ी और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री इंदीवर पांडे ने वर्चुअली संबोधित किया।
मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के भाग के रूप मे भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ साझेदारी में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल के साथ भारत की महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की माननीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने किया। ‘इंडिया@75: महिलाओं का योगदान’ शीर्षक वाली प्रदर्शनी शिल्प में महिलाओं पर केंद्रित है।
स्वास्थ्य में महिलाएँ, व्यापार और अर्थव्यवस्था में महिलाएँ, एसटीईएम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाएं, पोषण और भोजन में महिलाएँ, शिक्षा और कौशल में महिलाएँ, खेल में महिलाएँ, रक्षा सेवाओं में महिलाएँ, और पद्म पुरस्कार विजेताओं का एक प्रदर्शन, इन क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए नवोन्मेषी एनामॉर्फिक सामग्री का उपयोग किया गया।
भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय जी20 एम्पावर(सशक्तिकरण और महिलाओं के आर्थिक प्रतिनिधित्व की प्रगति) दोनों के लिए नोडल मंत्रालय रहा है, जो शेरपा ट्रैक के तहत एक पहल है जिसमें सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र भी शामिल है और डब्ल्यू20 भी इसका भाग है।
महिला सशक्तिकरण पर मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के महिला नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि “जब महिलाएं समृद्ध होती हैं तो विश्व समृद्ध होता है, उनका आर्थिक सशक्तिकरण विकास को प्रोत्साहन देता है, शिक्षा तक उनकी पहुंच वैश्विक प्रगति को बढ़ावा देती है, उनका नेतृत्व समावेशिता को बढ़ावा देता है और उनकी आवाजें सकारात्मक परिवर्तन को प्रेरित करती हैं।”
भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास जीवन-क्रम के दृष्टिकोण के आधार पर एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है जो केवल महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करने से एक परिवर्तन को दर्शाता है। वैश्विक मंच पर सर्वसम्मति-निर्माण के माध्यम से भारत ने छह व्यक्तिगत सम्मेलनों और 86 आभासी अंतर्राष्ट्रीय बैठकों के साथ दुनिया भर में महिलाओं के उत्थान में प्रगति के लिए एक दृष्टिकोण तैयार किया जिसमें 18 जी-20 देशों और 7 अतिथि देशों के 300 से अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई।
भारत ने स्थानीय या सामुदायिक स्तर पर महिलाओं के सशक्तिकरण और मान्यता पर भी ध्यान केंद्रित किया है। वास्तव में इसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मान्यता दी थी,उन्होंने कहा था कि महिलाओं का सशक्तिकरण हमारे समाज के विकास का आधार है और उनका नेतृत्व विशेष रूप से जमीनी स्तर पर हमारी समावेशी और दीर्घकालीन प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।