नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स)- जुलाई से फुटवियर सहित सेफ्टी, आम्र्ड फोर्सेज ईवीएम विशेष प्रयोजन के तकनीकी फुटवियर पर लागू हुआ है। सरकार एक तीर से कई निशाने साधना चाहती है एक ओर जहां चीन से आने वाले सस्ते जूते डंप न हो सकें, दूसरी ओर घरेलू उपयोग के लिये बनने वाले जूते और निर्यात होने वाले जूतों की क्वालिटी एक ही हो। देश के ग्राहकों को विदेशों से जूते न खऱीदने पडे।
बीआईएस लगने तथा 12 प्रतिशत जीएसटी के विरोध में धरनेपर आए व्यापारी
करोल बाग में फुटवियर विक्रेताओं ने जूते चप्पलों पर BSI एवं GST को लेकर किया प्रदर्शन जूते चप्पल पर 1 जुलाई से बीआईएस लगने तथा 12 प्रतिशत जीएसटी लगाये जाने को लेकर फुटवियर निर्माताओं तथा व्यापारियों ने करोल बाग में धरना प्रदर्शन किया।
जूता इंडस्ट्री पर BSI एवं 12 प्रतिशत GST का बोझ कारोबर के लिए गलत
इस मौके पर कॉनफेडरेशन फ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन(कैट) के दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष विपिन आहुजा ने कहाकि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रत्येक छोटे व्यापारी के लिए कारोबार को सुलभ और आसान करने पर जोर देरहे हैं, वहीं दूसरी और जूता इंडस्ट्री पर BSI एवं 12 प्रतिशत GST का बोझ लाद कर हमारे लाखों जूता कारोबारियों को प्रेशान किया जा रहा है। आहुजा का कहना है कि हम सरकार से गुजारिश करेंगे कि इन दोनों मुद्दों पर पुनः विचार किया जाए और इन्हें और सरल किया जाए, ताकि देश केप्रत्येक नागरिक को किफायती दामों में उच्च गुणवत्ता वाले जूते-चपल्ल उपलब्ध हो सकें।
सरकारने ने मुद्दों पर ध्यान नहीं देया है तो देश भर में चलेंगा अभियान
आहुजा का कहना है कि यदि सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देती है तो हम देश भर में कारोबारियों को एकत्र करके इन मुद्दों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चलाएं जाएंगे, इनके बीच चर्चा करेंगे, इसके बाद अपने सुझावों को लेकर सभी एसोसिएशने अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलेंगी उन्हें ज्ञापन देंग इसके साथ ही हम केंद्रीय वित्तमंत्री के साथ भी मीटिंग करेंगे।
धरना-प्रदर्शन के दौरान ये जूता मार्केट एशोसिएशनें हुई शामिल
करोलबाग हॉलसेल फुटवीयर एसोसिएशन, नांगलोई फुटवीयर मार्केट वेल्फेयर ट्रस्ट, इंद्रलोक फुटवीयर ट्रेडर्स ओसोसिएशन, एग्जीम ट्रेडर्स ओसोसिएशन
बल्लीमरान फुटवीयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों व भरी संख्या में कारोबारियों ने इस धरना प्रदर्शन में पहुंच कर अपना विरोध दर्ज कराया और सभी ने BIS एवं 12 प्रतिशत GST के विरोध में अपनी दुकाने व फैक्ट्रियां भी बंद रखी गई।